गीता जन जागरण यात्रा, स्वाध्याय एवं शुभारम्भ समारोह की जानकारी

गीता जनजागरण यात्रा एवं शुभारंभ समारोह:- श्रीमद्भगवद्गीता के प्रचार-प्रसार अंर गीता शिक्षण मे रत विश्वगीता प्रतिष्ठानम् उज्जयिनी के केंद्रीय मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष विभिन्न नगरों में गीता अनुरागी जनों द्वारा योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण की अमृतवाणी श्रीमद्भगवद्गीता के जनकल्याणकारी संदेश को जन जन तक पहुंचाने के लिए  गीता महोत्सव का आयोजन होता   रहा है । इस  क्रम मे विभिन्न गीतासंस्कृत स्वाध्याय मंडल द्वारा गीता जयंती के उपलक्ष्य में गीता  महोत्सव का आयोजन विभिन्न प्रतिष्ठित स्थलों पर गीता सप्ताह के रूप में किया जाता है। इस हेतु दो तीन माह पूर्व से ही तैयारी करना होती है।  गीता सप्ताह को गरिमामय बनाने  हेतु पूर्वयोजना ,संचालन समिति का गठन और सघन संपर्क तथा प्रचार-प्रसार की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। गीतासप्ताह मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथी से चतुर्दशी तक आयोजित होता है। इस भव्य आयोजन का शुभारंभ गीता जनजागरण यात्रा से होता है। ऐसी यात्रा को देशकाल स्थिति के अनुरूप भाभी और गरिमा पूर्ण रीति से संचालित किया जाता है।

 गीता सप्ताह को गरिमामय बनाने  हेतु पूर्वयोजना ,संचालन समिति का गठन और सघन संपर्क तथा प्रचार-प्रसार की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। गीतासप्ताह मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथी से चतुर्दशी तक आयोजित होता है। इस भव्य आयोजन का शुभारंभ गीता जनजागरण यात्रा से होता है। ऐसी यात्रा को देशकाल स्थिति के अनुरूप भाभी और गरिमा पूर्ण रीति से संचालित किया जाता है।